
मूंछों पर आया ताव तो टकरा गए नेताजी , चटकारे ले कर कर रहे चर्चा
कोई नहीं हो रहा था वाहन साइड देने को राजी, मामला बिगड़ा और गाली गलौज से मारपीट तक पहुंचा
नवादा
जातीय शान-ओ-शौकत में समाज का एक खास वर्ग हमेशा से सुर्खियों में रहा है। अपनी अजीबोगरीब हरकतों को लेकर अक्सर यह वर्ग उपहास का कारण भी बना है। बावजूद, वर्तमान परिवेश में भी यह अपनी पुरानी आदतों से बाज नहीं आता।
हम बात कर रहे हैं जाति विशेष से जुड़े दो कद्दावर नेताओं की। जिनकी आपसी टकराहट पार्टी अथवा राजनीतिक मंच पर न होकर राह चलते हो गई। बाताबाती से शुरू हुआ मामला गाली गलौज तक पहुंचा और फिर मारपीट में बदल गयी।
घटना नवादा जिले के नारदीगंज थाना क्षेत्र की है। यहीं के किसी गांव में शादी समारोह का एक कार्यक्रम था। रविवार की रात इसमें एक ही पार्टी के दो कद्दावर नेता आमंत्रित थे। टाइम मैनेजमेंट का लोचा शायद दोनों को था, लिहाजा एक की गाड़ी कार्यक्रम से वापस लौट रही थी तो दूसरे नेताजी अपने रसूखदारों के साथ कार्यक्रम में तशरीफ ला रहे थे। पार्टी लाइन पर दोनों किसी पहचान के मोहताज नहीं है। एक नेता जी की कद काठी और दूसरे की हरकतें अक्सर सुर्खियां बटोरती रही है।
प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं मुख्य सड़क से गांव की तरफ जाने वाली रोड पर दोनों नेताजी का वाहन आमने-सामने टकरा गया। कोई साइड देने को राजी नहीं हुआ। नतीजा मूंछों पर अटक गया। आखिर यह वर्ग इसी के लिए तो जाना जाता है। दोनों गाड़ियां खड़ी रहीं। नेता जी के लोग गाड़ियों से नीचे उतरे और गालियों की बौछारें शुरू हो गई। अंततः दोनों नेताजी नीचे उतरे और बिगड़ते मामलों को और हवा दे दी। दोनों के बीच मारपीट भी हो गई।
शादी समारोह में शामिल होने आ रहे दर्जनों लोग इस घटना के गवाह बने और उनकी जुबानी पूरे कार्यक्रम में इस मामले को मिर्च मसाले के साथ परोसा गया। शादी समारोह में अक्सर लोग खाने पीने की चर्चाएं करते हैं पर, इस घटना के बाद भोजन की तासीर शायद लोग भूल ही गए और चटकारे सिर्फ इन नेताओं की बदजुबानी और बदअकलियत की लेने लगे।