
दुनियाभर के सनातन प्रेमियों ने श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया एकादशी का व्रत
दुनियाभर के सनातन प्रेमियों ने श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया एकादशी का व्रत
मंगलवार को गोवर्धनधाम मंदिर परिसर से निकलेंगी भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा

नवादा
देवशयनी एकादशी के साथ ही दुनियाभर में चौमासा की शुरूआत हो चुकी है. आज से अगले चार महीने तक श्रीनारायण भगवान क्षीरसागर में शयन कर रहे होंगे। इस बीच सनातनी मान्यताओं के अनुसार, संसार की बागडोर शिव परिवार के पास होंगी। आदिशंकर महादेव , जगतजननी माता पार्वती, प्रथमपूज्य भगवान गणेश और प्रथम सेनाध्यक्ष श्री कार्तिकजी महाराज सनातनियों के लिए पूज्य होंगे। स्रष्टि की रचनाकाल से ही सनातनियों के बीच ऐसी मान्यता चली आ रही है।
रविवार को आषाढ मास के शुक्लपक्ष की एकादशी मनाया गया. लोगों ने श्रद्धा और भक्ति के साथ श्रीहरि की पूजा अर्चना कर व्रत धारण किया। पवित्र स्नान के साथ ही लोगों ने एकादशी व्रत का संकल्प लिया। इस बीच श्री कृष्ण की आराधना, श्रीजूं की जप से घर और मंदिर गुंजायमान होता रहा. लोग पूरे दिन भक्तिभाव से भगवान की आराधना में जुटे रहे ।घरों और मंदिरों में लोगों ने पवित्र भाव से एकादशी व्रत कथा का श्रवण व पठन किया। एकादशी की महिमा को जाना,समझा। इसे अपने जीवन में आत्मसात करने का संकल्प लिया। मान्यता है कि एकादशी का व्रत सनातनियों के लिए सबसे पवित्र और उत्तम व्रत है. इसे करने से जन्म जन्मांतर के पाप मिट जाते हैं. एकादशी का व्रत जीवन की कठिनाईयोें को सरलता के साथ जीना सिखाती है ।

रविवार को शहर के पवित्र गोवर्धनधाम मंदिर परिसर में भी देवशयनी एकादशी के पवित्र अवसर पर विशेष पूजा पाठ का आयोजन किया गया । मंदिर के श्री राधाकृष्ण क्षेत्र में विशेष पूजा अर्चना का आयोजन हुआ. सुबह से ही मंदिर परिसर में भक्तों का आनाजाना लगा रहा। पंडितों के देखरेख में लोगों ने एकादशी व्रत का पवित्र अनुष्ठान किया और इसकी महिमा का सुना।
जानकारी के अनुसार, मंगलवार 8 जुलाई को गोवर्धनधाम मंदिर परिसर से नवादा इस्कान चैप्टर की देखरेख में भगवान जगन्नाथजी की पवित्र रथयात्रा निकाली जायेगी। इसमें भाग लेने के लिए शहर के लोगों को विशेष रुप से आमंत्रित किया गया है। माइकिंग के जरिये रथयात्रा का प्रचार प्रसार किया गया है। संभवत यह आयोजन नवादा में पहली बार हो रहा है. इसके लिए विशेष तैयारियां की गयी है।